रविवार, सितंबर 05, 2010

शिक्षकों को नमन और विद्यार्थियों को आभार

आज शिक्षक दिवस है. आज मुझे अपने शिक्षकों और साथ ही, विद्यार्थियों की भी शिद्दत से याद आ रही है. सबसे पहले मैं अपने सभी शिक्षकों को नमन करता हूँ. आज जो कुछ भी हूँ, दुनिया और समाज के बारे में जो कुछ भी जाना है, उसमें मेरे शिक्षकों की भी बहुत बड़ी भूमिका रही है. हालांकि मैं कोई खास अच्छा, तेज और प्रतिभाशाली विद्यार्थी नहीं था लेकिन मुझे शिक्षकों का स्नेह हमेशा मिला.

खासकर मैं अपने प्राइमरी और हाई स्कूल के उन शिक्षकों को याद करना चाहता हूँ जिनके स्नेह, जिनकी प्रेरणा और फटकार को आज भी भुला पाना मुश्किल है. पता नहीं क्यों, कालेज और विश्वविद्यालय के बहुतेरे शिक्षक स्मृति से उतर गए लेकिन प्राइमरी और हाई स्कूल के अधिकांश शिक्षक अभी तक याद हैं. उम्मीद है वे सभी स्वस्थ और सक्रिय होंगे.

इधर, हमेशा की तरह आज भी मेरे छात्र मुझे बधाई और शुभकामना सन्देश भेज रहे हैं. कुछ ने मिलने की इच्छा भी जाहिर की. लेकिन मैं दिल्ली से बाहर हूँ और मिलना संभव नहीं है. उन सभी को बहुत-बहुत धन्यवाद और आभार. इस बात के लिए भी कि मैंने आप सबसे बहुत सीखा है. मेरी हार्दिक शुभकामनाएं है कि आप सभी जीवन में आगे बढ़ें, अच्छा करें, समाज-देश में बदलाव के लिए काम करें और कुछ ऐसा करें कि मुझे भी गर्व हो. शिक्षक के बतौर अपने काम की सार्थकता महसूस कर सकूँ.

वैसे आमतौर पर हम सभी हर साल संस्थान और कक्षा में ही शिक्षक दिवस मनाते रहे हैं. इस बार मैं उन्हें मिस कर रहा हूँ और कुछ खाली-खाली सा लग रहा है. आखिर कक्षा और विद्यार्थियों के बिना शिक्षक क्या है? अच्छी बात यह है कि मैं एक ऐसे प्रशिक्षण वर्कशाप में हूँ जहां खुद विद्यार्थी की तरह बैठा हूँ. बहुत दिनों बाद आज विद्यार्थी की भूमिका में अच्छा लग रहा है.

निश्चय ही, एक शिक्षक को हमेशा विद्यार्थी भी बने रहना चाहिए. आखिर ज्ञान का कोई अंत तो है नहीं!

2 टिप्‍पणियां:

govtjobeffortless ने कहा…

सर आप को शिक्षक दिवस पर प्रणाम ! 5 sep का अवकाश होने के कारण आज आप को सन्देश भेज रहा हूँ !आप जैसी विनम्रता हममें भी आयें ऐसा आशीर्वाद दें ! रवि hindi journalism !

डॉ.भूपेन्द्र कुमार सिंह ने कहा…

Really a teagood teacher is always a good student.Well said friend.Pl keep writing on social and ethical aspects of life.I liked yr articles.
with regards,
dr.bhoopendra singh
jeevansandarbh.blogspot.com