एक नए सफ़र का ब्लॉग है 'चलते-चलते'
मित्रों, एक नया ब्लॉग शुरू किया है: 'चलते-चलते (http://ghumakkadvadi.blogspot.in/ ) इस ब्लॉग का मकसद उन विषयों पर अलग से लिखना है, जो 'तीसरा रास्ता' के मिजाज के नहीं हैं.
जैसे अपनी यात्राओं की यादें या कभी फिल्मों या किताबों या किसी दोस्त-परिजन या साथियों पर लिखना हो तो 'तीसरा रास्ता' का मिजाज और तेवर आड़े आने लगता था.
इसलिए यह नया ब्लॉग शुरू किया है. गाहे-बगाहे उसपर अपनी यात्राओं की खोज-खबर, उनके खट्टे-मिट्ठे अनुभव और हाँ, कैमरे और मोबाइल से ली गई तस्वीरें शेयर करूँगा.
आप 'तीसरा रास्ता' के सुधी साथी रहे/रही हैं. 'तीसरा रास्ता' पहले की तरह जारी रहेगा. उसे फुर्सत मिलते ही अपडेट करूँगा. हालाँकि इधर ज्यादा नहीं लिख पाया लेकिन जो कुछ लिखा है, उसे जल्दी ही ब्लॉग पर डालने की कोशिश करूँगा.
लेकिन नए ब्लॉग 'चलते-चलते' पर भी आपकी मौजूदगी की दरख्वास्त है. पता है: http://ghumakkadvadi.blogspot.in/
और हाँ, इस बीच, एबीपी न्यूज की वेबसाईट के लिए भी साप्ताहिक ब्लॉग लिखना शुरू किया है. हर शुक्रवार को आप एबीपी-हिंदी की वेबसाईट पर यह पढ़ सकते हैं.
अपनी प्रतिक्रिया जरूर दीजियेगा. शुभकामनाओं सहित.
आपका,
आनंद
मित्रों, एक नया ब्लॉग शुरू किया है: 'चलते-चलते (http://ghumakkadvadi.blogspot.in/ ) इस ब्लॉग का मकसद उन विषयों पर अलग से लिखना है, जो 'तीसरा रास्ता' के मिजाज के नहीं हैं.
जैसे अपनी यात्राओं की यादें या कभी फिल्मों या किताबों या किसी दोस्त-परिजन या साथियों पर लिखना हो तो 'तीसरा रास्ता' का मिजाज और तेवर आड़े आने लगता था.
इसलिए यह नया ब्लॉग शुरू किया है. गाहे-बगाहे उसपर अपनी यात्राओं की खोज-खबर, उनके खट्टे-मिट्ठे अनुभव और हाँ, कैमरे और मोबाइल से ली गई तस्वीरें शेयर करूँगा.
आप 'तीसरा रास्ता' के सुधी साथी रहे/रही हैं. 'तीसरा रास्ता' पहले की तरह जारी रहेगा. उसे फुर्सत मिलते ही अपडेट करूँगा. हालाँकि इधर ज्यादा नहीं लिख पाया लेकिन जो कुछ लिखा है, उसे जल्दी ही ब्लॉग पर डालने की कोशिश करूँगा.
लेकिन नए ब्लॉग 'चलते-चलते' पर भी आपकी मौजूदगी की दरख्वास्त है. पता है: http://ghumakkadvadi.blogspot.in/
और हाँ, इस बीच, एबीपी न्यूज की वेबसाईट के लिए भी साप्ताहिक ब्लॉग लिखना शुरू किया है. हर शुक्रवार को आप एबीपी-हिंदी की वेबसाईट पर यह पढ़ सकते हैं.
अपनी प्रतिक्रिया जरूर दीजियेगा. शुभकामनाओं सहित.
आपका,
आनंद
1 टिप्पणी:
नमस्कार सर,
लंबे समय से आपके पढ़े-लिखे का इंतजार था। रोज इस उम्मीद में तीसरे रास्ते से गुजरता था कि कहीं आज सर ने कुछ अपडेट किया हो। खैर, अब चुपड़ी और दो-दो। पर सर, आपसे गुजारिश है कि लगातार अपडेट किया करें।
एक टिप्पणी भेजें