tag:blogger.com,1999:blog-8157191427767672214.post7344578531644780748..comments2023-10-03T16:20:46.521+05:30Comments on तीसरा रास्ता: चैनलों का ‘आजाद’ सचआनंद प्रधानhttp://www.blogger.com/profile/05288123571817148120noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-8157191427767672214.post-3792737231219585312010-09-04T17:50:42.823+05:302010-09-04T17:50:42.823+05:30sir media ki azadi aur sawantra lekhan ki baat se ...sir media ki azadi aur sawantra lekhan ki baat se to har wo insan sahmat hoga jiska zara bhi journalism se taluuk hai, lekin kya apko nahi lagta ki aaj media apni simao ko jis tar lang raha hai aur khokali patrakarita kar raha hai uske liye ab jaruri ho gaya hai ki kisi tarah ka niyaman hona chaiye.<br />pooja nagar,HJpooja nagarhttps://www.blogger.com/profile/08730723334684797769noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8157191427767672214.post-33262337323890230942010-09-04T16:59:56.701+05:302010-09-04T16:59:56.701+05:30सर मैंने आप का "संकट में है अराजक सैन्य माओवा...सर मैंने आप का "संकट में है अराजक सैन्य माओवादी राजनीति अप्रैल 20 , 2010 " लेख पढ़ा! मैं आप से माफी चाहता हूँ कि मैंने आप का यह ब्लॉग पढ़े बिना आप पर आरोप लगाया !वास्तव में आप ने इस लेख में माओवाद हिंसा को उजागर किया है !आप इसी तरह मेरी ग़लतियों में सुधार करते रहेंगे !आप का प्रिय स्टुडेंट -रवि HINDI JOURNALISMgovtjobeffortlesshttps://www.blogger.com/profile/09375168550231937485noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8157191427767672214.post-62377444483424339372010-09-03T21:20:58.848+05:302010-09-03T21:20:58.848+05:30प्रिय रवि,
तुम्हारा गुस्सा सिर माथे...हो सकता है क...प्रिय रवि,<br />तुम्हारा गुस्सा सिर माथे...हो सकता है कि मैं भी निष्पक्ष न होऊं. लेकिन कोई तीन महीने पहले मैं एक लेख माओवाद पर लिखा था...अगर पढकर बता सको कि तुम्हें कैसा लगा? <br /><br />http://teesraraasta.blogspot.com/2010/04/blog-post_20.htmlआनंद प्रधानhttps://www.blogger.com/profile/05288123571817148120noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8157191427767672214.post-62833265064143587692010-09-03T17:34:36.646+05:302010-09-03T17:34:36.646+05:30सर आप ने मीडिया के बारे में बहुत अच्छा बताया लेकिन...सर आप ने मीडिया के बारे में बहुत अच्छा बताया लेकिन मुझ ऐसा लगता है कि हर इन्सान कि कोई विचारधारा होती है और हर इन्सान उसी के अनुसार सोचता है ,लिखता है,बोलता है! मै आप का ब्लॉग लगातार पढ़ रहा हूँ !मुझे ऐसा लगता है कि आप के कमेन्ट में भी निष्पक्षता कि कमी है !आप नक्सलवादी हिंसा पर कुछ नहीं लिखते है और मीडिया वाले पुलिस हिंसा पर तो दोनों में क्या अंतर है !<br />आप का प्रिय स्टुडेंट -रवि hindi journalismgovtjobeffortlesshttps://www.blogger.com/profile/09375168550231937485noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8157191427767672214.post-62466158354210587952010-09-03T13:41:15.545+05:302010-09-03T13:41:15.545+05:30सर आपने मीडिया के बारे में अच्छी बात बताई ! लेकिन...सर आपने मीडिया के बारे में अच्छी बात बताई ! लेकिन मुझे लगता है कि हर व्यक्ति कि एक विचारधारा होती है वो उसी के अनुसार सोचाता है , लिखता,बोलता है !आप का ब्लॉग में रोज पढ़ रहा हु !लेकिन मुझे लगता है कि आप के विचार में भी निष्पकता कि कमी है !आजाद के बारे में आप का विश्लेषण सही हो सकता है लेकिन नक्सलवादियो कि हिंसा के बारे में आपने अपने ब्लॉग में कुछ भी नहीं लिखा है!आप नक्सलवाद हिंसा के बारे में नहीं लिखते और मीडिया वाले पुलिस हिंसा के बारे में,तो फिर दोनों में अंतर क्या है ! आपका प्रिय स्टुडेंट -रवि hindi journalismgovtjobeffortlesshttps://www.blogger.com/profile/09375168550231937485noreply@blogger.com